सोनभद्र। जनपद में राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ मिशन योजना में करोड़ो रूपयें की हेरा-फेरी होने की बात कहीं है। उन्होने सी.बी.आई. प्रमुख को पत्र लिखकर कहा है कि लखनऊ में चिकित्साधिकारियों की हुयी हत्या को लेकर जो जांच शुरू की गयी है उसमें सोनभद्र को भी गंभीरता से लिया जाय। इस अशिक्षित व पिछड़े जिले में भारत सरकार के इस धन का व्यापक पैमाने पर दुरूपयोग हुआ है। यहां तैनात मुख्य चिकित्साधिकारी मुख्यमंत्री एक सचिव को अपना रिश्तेदार बताकर हमेशा धौंस देते रहें हैं। एन.आर.एच.एम. योजना के तहत अगर इस जिले में घपला न हुआ होता तो सी.एम.ओ. को दो दिन पूर्व अखबारों में यह सफाई न देनी पड़ती कि यहां इस योजना के तहत सब कुछ ठीक है। इसका मतलब साफ है कि यहां बहुत कुछ गड़बड़ हुआ है। जननी सुरक्षा योजना में कई निजी अस्पतालों को सीधे सी.एम.ओ. ने खाते में बड़ी धनराशिया भेज दी। उन अस्पतालों ने लाभार्थियों को 1400 रूपये का भुगतान नगद रूप में दर्शाया है। किसी को चेक से धनराशि का वितरण नहीं किया गया है। इससे साफ जाहिर है कि तमाम ऐसे लोगो को भी धन का भुगतान दिखाया गया होगा जो लाभर्थी हीं नहीं । ऐसे में सी.एम.ओ. को जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थियों की सूची सार्वजनिक करनी चाहिए ताकि दूध का दूध हो सके। इसी तरह टिकाकरण और आशाओं को किये जाने वाले भुगतान में भी व्यापक गड़बड़ी की गयी है। एन.आर.एच.एम. के धन से कार्यालयों के लिये खरीदी गयीं तमाम समाने बाजार मुल्य से काफी अधिक कीमत पर ली गयी है। सी.एम.ओ. ने जनपद के 24 नये प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र 170 उप स्वास्थ्य केन्द्र 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र व 4 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रो पर करोड़ो रूपये के कार्यक्रम कागजों पर दिखाये हैं। जबकि तमाम गाँवों के लोग इनकी कई योजनाओं को जानते तक नहीं। प्रचार-प्रसार के लिये उन्होने जो कटाउट ,होर्डिंग, बैनर इत्यादि की संख्या दिखाई है वह सब फर्जी आकड़े है। अब इनके द्वारा रिपोर्ट बनवायी जा रही है कि यह प्रचार सामग्रीयां आधियों में क्षतिग्रस्त हो गयी। अगर इनकी योजनायें गाँवों तक पहुंची होती तो लभरी, कमरी डाढ़, बेलहथ्थी आदि गाँवों में दर्जनों की सख्या में लोगों की मौत न होती। इसी तरह सैकड़ो लोगों की मौत डायरिया व सक्रमण जनित बीमारियों से न होती। तमाम गाँवों में कई सालों से मच्छर व मलेरिया रोधी दवा का छिड़काव नहीं हो रहा है जबकि इनके द्वारा प्रतिवर्ष लाखो रूपये इस मद में खर्च दिखाया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन योजना में सोनभद्र में हुई लूट में सी.एम.ओ. के साथ बसपा के कई बड़े लीडर भी शामिल हैं। ऐसे में इस जनपद को भी जांच के दायरें में शामिल किया जाय।